रिसोड
व्यक्ति को ग्राम पंचायत में बिना कोई प्रस्ताव पारित किये शराब बेचने की अनुमति दि गई है
एक तरफ सरकार कहती है गांव के झगड़ों से आजादी की घोषणा करो और शराब से आजादी की घोषणा करो
सरकार हमें वह नहीं देती जो हमें चाहिए और जो नहीं चाहिए वह हम पर फेंक दिया जाता है क्योंकि इन गांवों में युवा हर दिन शराब पी रहे हैं, इससे घरेलू विवाद और छात्रों पर खराब शिष्टाचार हो रहा है।जिस रस्ते से छात्र जाते वर्ली-मटका की दुकान वही पर है
संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाए क्योंकि वहां वर्ली-मटका का खुला कारोबार है।
सवाल यह है कि पुलिस विभाग क्या कर रहा है?
ग्राम पंचायत से शराब बिक्री का लाइसेंस बिना गांव वालों पर भरोसा किए निरस्त किया जाए, नहीं तो हम जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने आमरण अनशन करेंगे – गणेश बबन देवदे कुलदेवा बाई प्रकाश सांवले केशव मारुति सांवले
सवाल उठता है कि जिस व्यक्ति को बिना लाइसेंस के शराब बेचने की इजाजत नहीं है, वह शराब कैसे बेचता है ?
ग्राम पंचायत ने ग्रामीणों पर भरोसा किए बिना व्यक्ति को शराब बेचने का लाइसेंस दे दिया है
इसे चलना बंद कर देना चाहिए
जगदीश भाऊ मानववतकर ने चेतावनी दी कि अगर बेलखेड़ा में शराब पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया, तो भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और ऑल इंडिया ब्लू टाइगर आर्मी एक उग्र आंदोलन शुरू करेगी।
माननीय कलेक्टर जल्द से जल्द इस शराब को बेचने का लाइसेंस रद्द कर गांव वालों को न्याय दिलाएं।
मूकनायक समाचार रिसोड संवाद दाता अमर कानडे की रिपोर्ट 🙏