दुर्ग, 17 सितंबर 2023 को छत्तीसगढ़ प्रदेश की संस्कारधानी राजनांदगांव के गौरव पथ में स्थित पद्मश्री गोविंद राम निर्मलकर ऑडिटोरियम में महिला सशक्तिकरण संघ भारत के तत्वाधान में राष्ट्रीय स्तर पर अनागारिक धम्मपाल और पेरियार इ व्ही नायकर रामासामी की संयुक्त जयंती समारोह परम आदरणीय आयुष्मान एमडी कावरे सचिव आबकारी स्वतंत्र प्रभार छत्तीसगढ़ शासन रायपुर तथा पूज्य भदंत डॉक्टर चंद्र कीर्ति पाली भाषा विभाग अध्यक्ष
सुभारतीविश्वविद्यालय मेरठ उत्तर प्रदेश की अध्यक्षता में बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाई गई। जहां पर महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ प्रदेश से महिला सशक्तिकरण संघ की सभी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं का आगमन हुआ। उनकी उपस्थिति में अनागारिक धम्मपाल और पेरियार ई व्ही नायकर नायकर रामासामी जी की जयंती मनाई गई इस अवसर पर समारोह के मुख्यअतिथी माननीय कावरे साहब एवं पूज्यनीय भदन्त चंद्र कीरतीजीके द्वारा महापुरुषों के छाया चित्रों पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलन किया गया।
तत्पश्चात बुद्ध वंदना तिरी शरण एवं पंचशील का सामूहिक पाठ किया गया। आमंत्रित विशिष्ट अतिथियों का पुष्पाहार और पंचशील प्रतीक पट्टी से स्वागत किया गया। सर्वप्रथम छत्तीसगढ़ प्रदेश की अध्यक्ष प्रज्ञा बौद्ध के द्वारा स्वागत भाषण एवं संस्था का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। उन्होंने बताया कि हमारी संस्था एक रजिस्टर्ड संस्था है इसके संस्थापक परम पूज्य बन
भदन्त चंद्र कीर्ति जी हैं आपके सहयोग एवं मार्गदर्शन से भारत में ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर रही है निशक्त महिलाओं को आर्थिक रूप से संपन्न करने के लिए सारभी कार्यक्रम का संचालन भी किया जा रहा है। निर्धन एवं प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को संस्था के माध्यम से छात्रवृत्ति भी दिया जाता है। निर्धन छात्र-छात्राओं के लिए पाठशाला भी खोला गया है। इस समारोह के मुख्य अतिथि परम सम्माननीय आयुष्मान महादेव जी कावरेजी ने
अपने उद्बोधन में कहा कि हमें संविधान निर्माता बाबा साहब ने जो हमको मार्ग दिखाया है उसका हमें अनुसरण करना चाहिए तथा उनके तीन मंत्र शिक्षित बनो संगठित रहो और संघर्ष करो
को अपने जीवन में अमल में लाना है छात्र-छात्राओं को ऊंचीसे ऊंची शिक्षा और बदलते हुए परिवेश में प्रतियोगी परीक्षा , यूपीएससी, पी एस सी परीक्षाओं की तैयारी करने की सलाह दी। महिला सशक्तिकरण संघ को सलाह दी कि वह आगे भी समाज को संगठित करने के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए।
इस अवसर पर डॉ चंद्र कृति द्वारा रचित परित देशना एवं धम्म संस्कार मुख्य अतिथि के द्वारा विमोचन किया गया। इस अवसर पर समाज में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं का सम्मान किया गया। इसी क्रम में
आयुष्मति प्रज्ञा बौद्ध को अनागारिक धम्मपाल अवार्ड एवं एवं प्रशस्ति पत्र स्मृति चिन्ह मेमोन्टो देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूज्य भंते डॉक्टर चंद्रा कीर्ति ने अपने संबोधन में महिलाओं को एकजुट रहने की तथा अपनी संस्था में सभी महिलाओं को चाहे वह सामान्य हो ओबीसी हो सभी महिलाओं को जोड़ने के लिए हमको प्रयास करना चाहिए क्योंकि हमारी संस्था का उद्देश्य महिलाओं को आत्मरक्षा आत्मनिर्भर तथा स्वावलंबी बनाना बना सके और बाबा साहब के सपनों को साकार कर सके कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में दि बुद्धिस्टसोसाइटी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय ट्रस्टी यस आर कानडे उपस्थित रहे।