मुकनायक : प्रतिनिधी अमर दत्तराव कानडे
रिसोड :
सरकार की लगातार किसान विरोधी नीति के विरोध में *भूमिपुत्र शेतकारी* संगठन ने संस्थापक अध्यक्ष विष्णुपंत भुतेकर के नेतृत्व में 31 दिसंबर 23 से 1 जनवरी 2024 तक रिसोड़ से जिला अधिकारी कार्यालय वाशिम तक 50 किमी की पदयात्रा की। पदयात्रा निकाली गई । पदयात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया। रिसोड से वाशिम रोड पर सभी गांवों में पदयात्रियों के लिए चाय और नाश्ते की व्यवस्था की गई थी। मार्च को सभी दलों, समूहों और संगठनों से समर्थन मिला और उन्होंने भौतिक बैठकों के माध्यम से अपने समर्थन की घोषणा की। कई गांवों के किसानों द्वारा एकत्र की गई सोयाबीन को मुट्ठी भर हाथ में लेकर सरकार का विरोध किया गया।
रिसोड़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक अमित झनक ने किसानों की मांगों पर सकारात्मक विचार किया और एक किमी तक पैदल चले। पैदल यात्रा कर पदयात्रा का समर्थन किया। गजानन पाचरणे, जि. प. सदस्य वैभव सरनाईक ने भी वॉक में चलकर समर्थन किया । पदयात्रा में रिसोड़ बाजार समिति के अध्यक्ष संजय शिंदे, उपाध्यक्ष राजू आरू, रवींद्र चोपड़े, भगवान गाडे, धनंजय बोरकर ने पूरे समय भाग लिया । पदयात्रा का ठहराव रिठद में रहा। रिठद में संत गजानन महाराज मंदिर संस्थान एवं ग्रामीणों की ओर से शोभा यात्रा का स्वागत किया गया। फिर एक भव्य सार्वजनिक बैठक आयोजित की गई। बैठक के बाद भूमिपुत्र कार्यकर्ताओं और रिठद के ग्रामीणों ने एक हजार लोगों के लिए भोजन और आवास की व्यवस्था की । पदयात्रियों का स्वागत पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के मंहत रमेश गिर महाराज ने किया । स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के नेता दमुआना इंगोले ने भूमिपुत्र के संस्थापक अध्यक्ष आक्रोश पदयात्रा के आयोजक विष्णुपंत भूतेकर का स्वागत किया। पदयात्रा का वाशिम शहर में जगह-जगह स्वागत किया गया। पदयात्रा में दनके नारे लगाते हुए से वाशिम शहर रवाना हुए, पदयात्रा जिलाधिकारी कार्यालयलय पहुंचने के बाद पदयात्रा एक आमसभा में तब्दील हो गयी।
आमसभा में संस्थापक अध्यक्ष विष्णुपंत भूतेकर ने सोयाबीन की उत्पादन लागत न निकलने का मुद्दा उठाया। टन तेल के आयात से घरेलू तेल उद्योग और किसानों को भारी संकट का सामना करना पड़ा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि तूर और कापूस की स्थिति अलग नहीं है। इस मौके पर वाशिम-यवतमाल की सांसद भावनाताई गवली ने मार्च का संज्ञान लिया और दौरा कर बयान लिया और कहा कि वह किसानों की मांगों को लेकर सकारात्मक हैं । बैठक के बाद भूमिपुत्र के प्रतिनिधिमंडल की ओर से जिला अधिकारी वाशिम को निम्नलिखित मांगों का विवरण दिया गया।
माँगे
1) सोयाबीन *आठ हजार* रु. कीमत दो
2) *कापूस* के लिए दस हजार का भुगतान करें
3) *तूर आयात* बंद किया जाये और तुर का गारंटीशुदा मूल्य दस हजार किया जाये
4) *प्याज* और *गेहूं* का निर्यात फिर से शुरू किया जाना चाहिए और सरकार को कीमतें कम करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
5) *फसल बीमा* नियमित फसल बीमा का भुगतान अग्रिम राशि के साथ किया जाना चाहिए।
6)कृषि पंपों को *मुफ़्त* और *प्रचुर मात्रा में* बिजली आपूर्ति दी जाए। सरकार किसानों पर दर्ज बिजली चोरी के मामले तुरंत वापस ले।
7) राज्य के सभी सूखाग्रस्त घोषित क्षेत्रों में तत्काल राहत दी जाये।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष रामेश्वर अवचार, आर. बी। खडसे, बाबाराव ढोणे, कारंजा तालुका अध्यक्ष देवेन्द्र लांडकर, डाॅ. तृप्ति गवली, शंकरराव देशमुख ने अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में डाॅ. जीतेंद्र गवली, गजानन अहमदाबादकर, विश्वनाथ शेवाले, अरुण सुरोशे, संजय शिंदे सभापति, रवींद्र चोपड़े, राजू आरू उपसभापति, बंडू हाडे पी.एस. अध्यक्ष, संगीता ताई मार्गे, बालाजी बोरकर, सचिन काकड़े, विकास जुंगरे, भगवान गाडे, केशव गरकल, देव इंगोले, बालाजी गोटे, संजय सदार, गजानन जाधव, गजानन सदार, विट्ठल आरु, बालाजी बोरकर, संतोष सुर्वे, श्रीरंग नागरे, विनोद घुगे , भगवान बोरकर, गजानन अरु, राहुल बोडखे, भूषण मुराले, भास्कर राव देशमुख, सचिन काकड़े, रवि जाधव, संतोष ठाकुर, रवि बोरकर, विष्णु सरकटे, राजू डांगे, जालंदर देवकर, जगन गरकल, गोपाल भिसडे, रजनीश खोंडकर, प्रकाश तात्या चोपड़े , डॉ। । दहिहांडे, प्यारेलाल नागरे, वैजनाथ रंजवे, संतोष गव्हाणे, डाॅ. सुभाष नागरे, पप्पू हेंद्रे, पवन खोंडकर, शंकरराव देशमुख, विनोद लड्ढा, महावीर ठाकुर, पप्पू भूतेकर, राजू खांबलकर, रवि बोरकर, संतोष खरात, भागवत नरवाड़े, बालाजी सोळंके, अर्जुनराव तुरुकमाने, बबनराव बोरकर, प्रकाश शिकारे, दिनकर बोरकर, सीताराम इंगोले ., शंकर हुबांड मुरली गाडे, गोकुल मंडलिक, नितिन गाडे, ज्ञानदेव भुतेकर, दत्ताराव इंगोले, वसंत दुबे, गजानन भुतेकर, गोरख भुतेकर, सुनील शिकारे, सीताराम लोखंडे, विजय बोरकर, दिगंबर इंगोले, कैलास पाटिल, हीरामन खरात, सानिल पाटिल। भूमिपुत्र के साथ। के कार्यकर्ता
मनोहर महाराज अवचार एवं उनकी समस्त भजन मंडली उपस्थित थी। पदयात्रा का आयोजन वाशिम जिला अध्यक्ष रामेश्वर अवचार ने किया था।