मूकनायक
राजस्थान/करौली
ओमप्रकाश वर्मा
दलित अधिकार केंद्र द्वारा दिनांक 23 सितंबर, 2024 को ग्राम लेदोर कला, तहसील मासलपुर, जिला करौली में सामाजिक आर्थिक विकास की योजनाओं पर सामुदायिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। दलित अधिकार केंद्र के करौली जिले के जिला समन्वयक मीठालाल जाटव द्वारा मंच का संचालन किया गया। शिविर के प्रारंभ में बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया तथा बुद्ध वंदना से शिविर का शुभारंभ किया गया। शिविर की शुरुआत करते हुए दलित अधिकार केंद्र के मुख्य कार्यकारी एडवोकेट हेमंत कुमार द्वारा प्रशिक्षण के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला गया और संस्था द्वारा किए गए कई प्रकार के कार्यों का उल्लेख किया तथा उपलब्धियां भी बताई गई । संस्था की ऐतिहासिक संघर्षपूर्ण कहानी के द्वारा लोगों को जोड़ने का प्रयास किया और कई प्रकार के कानून व केशो में पैरवी करने संबंधी समस्या और उनके समाधान के बारे में बताया साथ ही दलित अधिकार केंद्र का परिचय देकर कार्यक्रम शुरू किया गया। शिविर में दलित अधिकार केंद्र के निदेशक एडवोकेट सतीश कुमार एससी /एसटी डेवलपमेंट फंड एक्ट के संबंध में जानकारी दी गई है कि किस प्रकार सरकार द्वारा हर वर्ष दलित आदिवासी वर्ग के उत्थान के लिए बजट आवंटित करती है लेकिन उसे बजट को अन्य मदों में खर्च कर देती है जिस कारण दलित वर्ग के समुदायों का आर्थिक रूप से विकास नहीं हो पा रहा है व विभिन्न प्रकार की योजनाएं होने के बावजूद भी इन सरकारी योजनाओं से वंचित रह जाते हैं। शिविर में आजीविका, उद्यमियता, रोजगार से जुडी हुई केन्द्र सरकार व राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न प्रकार की रोजगारउन्मुखी योजनाओं की जानकारी दी गई व ऑन लाईन व ऑफ लाईन आवेदन करने में आने वाली परेशानीयों का समाधान बताया गया और साथ ही विभिन्न प्रकार की योजनाओं व अनुसूचित जाति/जनजाति विकास निधि योजनाओं पर प्रकाश डालते हुये कहा कि इस कानून में जनसुख्या के अनुपात में बजट आवंटित होता है तो दलितों व आदिवासी समुदाय के लोग मुख्यधारा में जुड पायेगे इसके लिए हम सब को सरकार के साथ संवाद करने की आवश्यकता है।
दलित अधिकार केंद्र के सह निर्देशक श्री चांदलाल बैरवा द्वारा सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डालते हुये बताया कि केन्द्र के माध्यम से दलितों, आदिवासियों को आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए दलितों व आदिवासियों के लिए संचालित योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्ति को मिले इसके लिए जागरूक करने व योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्ति तक पहूंचे उसके लिए प्रयास किया जा रहा है।
दलित अधिकार केन्द्र की राज्य समन्वयक खुशबू सोलंकी द्वारा महिलाओं की सामाजिक स्थिति पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भारत का संविधान लागू हुए लगभग 76 वर्ष हो गये, संविधान ने उसे ‘लिंग’ भेद से मुक्त करते हुए, पुरुषों की बराबरी का दर्जा दिया है। सरकार ने समय-समय पर नारी के उत्थान के लिए, उसके सम्मान, गरिमा व सुरक्षा हेतु कई कानून बनाये हैं। कई कल्याणकारी योजनाऐं भी लागू की हैं। इतना सब होते हुए भी नारी को जन्म, शैक्षणिक भरण-पोषण, विवाह व अन्य सामाजिक स्तर पर उसे. आज भी असमानता, उत्पीड़न व शोषण का सामना करना पड़ रहा है, जिसका मुख्य कारण यह भी है कि स्त्री को उसके समानता के अधिकार, उसके शील व मान-मर्यादा की रक्षार्थ बने कानूनों वह विभिन्न सरकारी योजनाओंकी जानकारी नहीं है।
दलित महिला मंच की राज्य समन्वयक कश्मीरा सिंह द्वारा महिलाओं को सरकार द्वारा संचालित विभिन्न महिला उत्थान से संबंधित योजनाओं की जानकारी देते हुए महिलाओं को शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला साथ ही दलित महिला मंच द्वारा दलित महिलाओं को जागरुक कर उन में लीडरशिप क्वालिटी पैदा करने के लिए संस्था द्वारा किए जा रहे विभिन्न महिला जागरूकता शिविरों के महत्व पर प्रकाश डाला और निरंतर भागीदारी निभाने के लिए प्रेरित किया। विभिन्न महिला सुरक्षा कानूनो की जानकारी दी और कुरीतियों से दूर रहने के लिए प्रेरित किया तथा शिक्षा, जागरूकता और संगठित होकर अपने हक अधिकारों के लिए हमेशा आगे बढ़ने का संकल्प लिया। संस्था द्वारा अन्य जिलों में संचालित विभिन्न स्वंय सहायता समूहों के बारे में बताया कि स्वयं सहायता समूह गठित कर महिलाओं को जोडने अच्छे से काम करने पर पर उनका पूरा जीवन बदल सकता है वो आर्थिक रूप से सशक्त व सक्षम होकर आत्मनिर्भर बन सकतीं हैं। समाज में फैली हुई कुरुतीयो को बंद करने का समाज के लोगों से अनुरोध किया।
साथी मनोज कुमार ,शशि राजोरिया व मीरा बेरवा द्वारा शिविर में दलित बालक, बालिकाओं को उच्च शिक्षा दिलाने व शिक्षा की ओर प्रेरित करने तथा उत्तर मैट्रिक छात्रवृति योजना, अनुप्रति येजना की जानकारी विस्तार से दी गई।
दलित अधिकार केंद्र के जिला समन्वयक मीठालाल जाटव व ग्राम लेदोर कला के वर्तमान सरपंच श्री तुलसीराम द्वारा शिविर में सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के बारे में बताया कि इस योजना में 18 प्र्रकार के परम्परागत रोजगारो से जोडने के लिए मात्र 5 प्रतिशत ब्याज में ऋण दिया जाता है सरकार प्रशिक्षण के दौरान भी भता देती है इसलिए इस योजना में नामांकन करवाने के लिए जानकारी दी गई।
मीरा बैरवा सह समन्वयक, गंगापुर सिटी ने सभी शिविर में उपस्थित सरपंच तुलसी जाटव जी व सभी प्रतिभागीयों को धन्यवाद दिया। शिविर में लगभग 70 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस प्रकार भीम गीत के द्वारा शिविर का सफल समापन किया गया।