मूकनायक/महाराष्ट्र /नागपुर
महाराष्ट्र पशु व मत्स्यविज्ञान विश्वविद्यालय के पूर्व अधिष्ठाता डॉ. पुरूषोत्तम कुलकर्णी की मराठी पुस्तक ‘पाऊलखुणा’ का अंग्रेजी अनुवाद ‘फुट प्रिंट्स ऑन सैंड्स ऑफ टाइम’ का विमोचन महाराष्ट्र पशु व मत्स्य विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. नितीन पाटील ने किया। इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथी एवं टिप्पणीकार के रूप में सुप्रसिद्ध कवयित्री एवं लेखिका मनीषा अतुल उपस्थित थे। इस अवसर पर डॉ. नितीन पाटिल ने कहा, डॉ. कुलकर्णी की पुस्तक पशु चिकित्सा वैज्ञानिकों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शिका है, इस क्षेत्र में वैश्विक समस्याओं को हल करने के लिए उनके अनुभव और अनुसंधान का निश्चित रूप से लाभ उठाया जा सकता है। पुस्तक पर टिप्पणी करते हुए मनीषा अतुल ने कहा कि, यह एक महत्वपूर्ण आत्मकथा है और उनकी आत्मकथात्मक पुस्तक पाठकों के लिए अज्ञात पशुचिकित्सा में अनुभव की एक अनूठी दुनिया की अंतर्दृष्टि और पिछले 150 वर्षों में भारत के परिवर्तन का विवरण प्रदान करती है। इस अवसर पर पुस्तक के अनुवादक अप्पासाहेब चापोरकर ने डॉ. कुलकर्णी के व्यक्तित्व के कई पहलूओ से अवगत किया। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक एक प्रकाशस्तंभ है, जो कई पीढ़ियों को भारतीय संस्कृति के मूल्यों को संरक्षित करने की दिशा देती है। कार्यक्रम का संचालन सुनील कुलकर्णी एवं महाराष्ट्र पशु एवं मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय, नागपुर के अधिष्ठाता, पशुविज्ञान विद्याशाखा डॉ. शिरीष उपाध्ये तथा आभार प्रदर्शन अचला कुलकर्णी ने किया। इस अवसर पर माफसु के पूर्व रजिस्ट्रार एवं अधिष्ठाता डॉ. दांडगे, डॉ. मारुडवार, डॉ. धकाते, डॉ. गहलोद एवं कुलकर्णी परिवार के अन्य सदस्य उपस्थित थे।