मूकनायक/राजस्थान/जिला ब्यूरो चीफ सांचौर/रिडमल राम परमार
प्रतिभा सम्मान समारोह की तैयारियों पर हुई चर्चा
भील समाज की बैठक में समारोह का प्रचार-प्रसार
सांचौर, 22 दिसम्बर 2024
अम्बेडकर सेवा समिति सांचौर के तत्वावधान में आयोजित होने वाले तृतीय अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति प्रतिभा सम्मान समारोह 2024-25 की तैयारियों को लेकर एक महत्त्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष नरेश पातलिया ने की।
इस बैठक में आगामी 29 दिसम्बर 2024 को अम्बेडकर उद्यान बी. ढाणी, सांचौर में होने वाले प्रतिभा सम्मान समारोह के विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। समारोह में सम्मानित होने वाली अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग की प्रतिभाओं की सूची को अंतिम रूप देने के साथ-साथ भामाशाहों और मुख्य अतिथियों के नामों पर विचार-विमर्श किया गया।
बैठक के बाद समिति के पदाधिकारियों ने भील समाज की बैठक में भाग लिया, जहाँ उपस्थित समुदाय को समारोह की जानकारी दी गई। प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से पेम्पलेट वितरित किए गए और लोगों को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रेरित किया गया।
भील समाज के अध्यक्ष एडवोकेट प्रवीण राणा का संदेश:
एडवोकेट प्रवीण राणा ने इस अवसर पर कहा कि अम्बेडकर सेवा समिति सांचौर द्वारा आयोजित तृतीय प्रतिभा सम्मान समारोह कमजोर और पिछड़े वर्ग की एकता का प्रतीक है। इस आयोजन में सभी वर्गों की प्रतिभाओं को एक मंच पर लाकर सम्मानित किया जाएगा। इससे न केवल इन वर्गों का मनोबल बढ़ेगा, बल्कि अन्य युवाओं को भी प्रेरणा मिलेगी।
समिति अध्यक्ष नरेश पातलिया का आह्वान:
अध्यक्ष नरेश पातलिया ने सभी समाज बंधुओं से इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर इसे सफल बनाने की अपील की।
बैठक में नेमीचंद खोरवाल, प्रकाशचंद्र पाँचल, श्रवणकुमार गेलाना, केवलाराम परमार, हेमराज भील, जयकिशन भील, कानाराम पारीक, मेवाराम बाजक, मंजीराम राणा, रिडमलराम परमार, चेतनप्रकाश सोलंकी, प्रकाशचंद्र जीनगर, आंबाराम पारेगी, रमेश कुमार परमार, रूपाराम परमार, मुकेश कुमार, जयकिशन, हेमराज, उकाराम, मनजीराम, मगनाराम पढ़ियार, गणेशाराम, मलाराम, वेरसीराम, भलाराम, आईदान, भुराराम, अजसीराम, पन्नाराम, गमनाजी केवलाराम, काजाराम, धनाराम, वियाराम, पारसाराम, लसुराम, केसाराम, मसराराम, सेताराम, पदमाराम, भगाराम, कमलेश, भावेश, प्रकाश, जेठाराम, महादेवाराम, दीपाराम, हरचंद, छोगाराम, पारसाराम राणा, और भावेश राणा सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
समारोह की मुख्य विशेषताएं:
अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग की प्रतिभाओं का सम्मान।
कमजोर वर्ग के छात्रों और युवाओं को प्रेरित करने के लिए मंच प्रदान करना।
समाज में एकता और समानता का संदेश फैलाना।
यह आयोजन न केवल समाज की प्रतिभाओं को पहचान दिलाने का माध्यम बनेगा, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों को एकजुट करने का भी महत्वपूर्ण कार्य करेगा।