Monday, December 23, 2024
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गृहमंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर के प्रति अभद्र व अवांछनीय टिप्पणी करने पर विभिन्न संगठनों ने जताया रोष: राष्ट्रपति को लिखा पत्र

मूकनायक / हरियाणा /नारनौल

राष्ट्रीय प्रभारी ओमप्रकाश वर्मा

नारनौल 18 दिसम्बर
गृहमंत्री अमित शाह द्वारा डॉ भीमराव अम्बेडकर के प्रति अभद्र व अवांछनीय टिप्पणी करने के मामले में विभिन्न संगठनों ने सर्व अनुसूचित जाति संघर्ष समिति के प्रधान चन्दन सिंह जालवान की अध्यक्षता में संघर्ष समिति कार्यालय में बैठक कर रोष प्रकट किया गया और सामुहिक हस्ताक्षरयुकत पत्र राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को लिखकर ऐसी अवांछनीय टिप्पणियों पर रोक लगाने की मांग की गई। बैठक का संचालन करते हुए संघर्ष समिति के महासचिव एवं कबीर सामाजिक उत्थान संस्था दिल्ली के प्रमुख सलाहकार बिरदी चंद गोठवाल ने बताया कि भारतवर्ष के संसदीय इतिहास में पहली दफा देश के गृहमन्त्री अमित शाह द्वारा बाबा साहेब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर के नाम पर की गई अभद्र एवं अवांछनीय टिप्पणी “अब यह फैशन हो गया …अम्बेडकर.. अम्बेडकर.. अम्बेडकर.. अम्बेडकर.. अम्बेडकर.. अम्बेडकर ..अम्बेडकर । यदि इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता ।” यह कथन माननीय गृहमन्त्री की निकृष्ट मानसिकता को दर्शाता है । अखिल भारतीय आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष लालाराम नाहर, गुरु रविदास महासभा के प्रधान बलबीर सिंह बबेरवाल, पूर्व डीजीएम व धानक समाज के महेंद्र खन्ना, कबीर सामाजिक उत्थान संस्था दिल्ली के प्यारेलाल चवन, भारतीय सामाजिक परिवर्तन संघ के सुमेर सिंह गोठवाल, संघर्ष समिति के सचिव हजारीलाल खटावला, पूर्व मैनेजर जयपाल सिंह व रामचंद्र गोठवाल आदि ने गृहमंत्री द्वारा की गई इस अभद्र टिप्पणी की कड़ी भर्त्सना की और कहा कि बाबा साहेब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर उच्च कोटि के विद्वान, विधिवेता, समाजशास्त्री, राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री और मानवीय एकता, समानता व समरसता के हितैषी थे । उनके द्वारा लिखित संविधान संसार भर में अद्वितीय है । सारी दुनिया बाबा साहेब द्वारा रचित संविधान को श्रद्धापूर्वक नमन करती है और उनकी असामान्य प्रतिभा का लोहा मानती है । आज हम यदि तुलनात्मक दृष्टि से और निष्पक्ष दृष्टिकोण से परखते हैं तो बाबा साहेब द्वारा सृजित राष्ट्रग्रन्थ (संविधान) समय की कसौटी पर खरा उतरता पाया है । विभिन्न संगठन युग पुरूष बाबा साहेब पर किए गए अभद्र, व्यंग्यात्मक वकतव्य की घोर भर्त्सना करते हैं और भविष्य में ऐसी अवांछनीय टिप्पणियों की पुनरावृत्ति ना होने की सरकार से अपील करते हैं।
निवेदक:
बिरदी चंद गोठवाल, महासचिव
मोबाइल – 9416472852

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