मूकनायक राजस्थान बूंदी
संवाददाता -: विष्णु प्रसाद बैरवा
अप्रतिम अनमोल रत्न, एवं बहुआयामी प्रतिभा के धनी, कुशल शिल्पी, सफल व सुयोग्य प्रशासक, कानून के मर्मज्ञ, दलितों के मसीहा बाबा साहेब डा भीम राव अम्बेडकर जी किसी प्रतिभा के मोहताज नहीं हैं। उनका समस्त जीवन मानवता की भलाई करने में संलग्न रहा। ऊँचे कुल में जन्मे तत्कालीन लोगों ने बाबा साहेब के कार्यो में अनवरत अड़ंगा डालते रहे, फिर भी बाबा साहेब जी ने अपने कौशल के बल पर परास्त कर अहर्निश आगे तत्परता के साथ बढ़ते रहे। यहाँ तक कि उनको स्कूलों, कालेजों एवं विश्वविद्यालयों में इन्हें नीचे बैठने पर मजबूर करते रहे। पर उन्होंने ऐसा चमत्कार किया कि अंत में विरोधियों को मुंह की खानी पड़ी। आज संविधान जो हमारे समक्ष प्रस्तुत है, यह बाबा साहेब जी की ही देन है। तो आइये दोस्तों हम सभी देशवासी एकजुट होकर बाबा साहेब जी के पदचिन्हों पर चलकर उनके सपनों को साकार करें और बहुजन समाज को मजबूत करने का प्रयास करें।