मूकनायक
देश
राष्ट्रीय प्रभारी ओमप्रकाश वर्मा
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प्राय: लोग जीवन को कोसते नजर आते हैं। प्रकृति व भगवान को दोष देते हैं, वक्त को भला बुरा कहते हैं जबकि हम जिन अप्रिय परिणामों को भुगत रहे होते हैं, वह कुछ और नहीं बल्कि हमारे कर्मों का प्रतिफल ही है। इसलिए सदैव याद रखिए कि सदाचार का जीवन जिएंगे तो सम्मानित होंगे और धोखा, कृतघ्नता, झूठ फरेब का रास्ता अपनाएंगे तो अपमानित होना पड़ेगा।
किसी अन्य में यह शक्ति नहीं कि वह हमें दुख या सुख दे। सुख है तो वह भी हमारा और दुख है तो वह भी हमारा अर्जित किया हुआ ही है। इसलिए कभी भी लोगों की बातों में आकर अपने घर के लोगों पर उंगली मत उठाना क्योंकि आज कल लोग जोड़ने का कम और तोड़ने का काम ज्यादा करते है..
लेखक
बिरदी चंद गोठवाल, नारनौल
प्रदेश प्रभारी मूकनायक, हरियाणा