मूकनायक
देश
राष्ट्रीय प्रभारी ओमप्रकाश वर्मा
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अक्सर आज के युग में मनुष्य पैसा, धन व वैभव आदि हासिल करने के लिए बनावटी सपने देखता रहता है, जबकि ऐसे सपने देखने से जीवन में दरिद्रता बढ़ती है। पैसा, धन व वैभव कभी भी दरिद्र, आलसी और अकर्मण्य व्यक्ति के पास नहीं आता , बल्कि यह सब स्वस्थ, सक्रिय, उद्यमी और कर्मशील व्यक्ति के पास आता है। किसी न किसी चीज का अभाव हर व्यक्ति के जीवन में होता है परंतु…
इसके लिए जीवन में निराश होना हितकारी नहीं है । इससे तन व मन दोनों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है । इसके लिए सकारात्मक सोच से यही सोचना हितकारी है कि हमें आज जो मिला, उसकी तुलना में अधिकांश लोग हम से ज्यादा दुखी व परेशान हैं और सुख सुविधाओं से भी वंचित हैं ।
लेखक
बिरदीचंद गोठवाल, नारनौल
प्रदेश प्रभारी मूकनायक, हरियाणा