मूकनायक
देश
राष्ट्रीय प्रभारी ओमप्रकाश वर्मा
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अगर आपको किसी के साथ बुरा करके भी बुरा नहीं लगता तो आप यह समझ लो कि आपके चरित्र में ही बुराई आ गई है। बड़े बुजुर्गो का कहना है कि जीवन तब जटिल एवं दुःख भरा लगने लगता है, जब हम बीते हुए कल से कोई सबक नहीं सीखते, आने वाले कल के लिए कोई बेहतर योजना नहीं बनाते और वर्तमान को समर्पण एवं प्रसन्नता के साथ नहीं जी पाते हैं।
बीते हुए कल से सीखते हुए एवं वर्तमान का सदुपयोग करते हुए जिया गया जीवन ही एक स्वर्णिम भविष्य का आलिंगन कर पाता है। झूठ और दिखावा चाहे कितना ही तेज क्यों ना हो, एक ना एक दिन उसकी परत खुल ही जाती है.!! बाकी:- जब किसी की सोच में बीमारी लग जाए तो वह इंसान होश में रहकर भी बेहोश रहता है ।
लेखक
बिरदी चंद गोठवाल, नारनौल
प्रदेश प्रभारी मूकनायक, हरियाणा