Wednesday, January 8, 2025
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बैरवा समाज के लोगों द्वारा हत्या के आरोप में झुठा फंसाने व रूपये हड़पने को लेकर अजमेर एसपी को दिया ज्ञापन

मूकनायक राजस्थान केकड़ी/

ब्यूरो चीफ -: शंकरलाल बैरवा

केकड़ी -:सराना ग्राम पंचायत के चांदमा में ग्राम विकास के दौरान बैरवा बस्ती में सी.सी. सड़क निर्माण कार्य चल रहा था और मौके पर आसपास मौहल्ले के लगभग 30-40 लोग उपस्थित थे। सी.सी. रोड निर्माण कार्य से लगभग 50 फीट दूरी पर नन्दराम जांगिड पुत्र खेमाराम जाति जांगिड़ खड़े थे। हृदयाघात (हार्ट अटैक) आने के कारण अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई। वहीं आसपास खड़े लोग उन्हें अस्पताल लेकर गये किन्तु अस्पताल में ही उनकी मौत हो गई। ग्राम चान्दमा निवासी सुनील जांगिड़ पुत्र जीवराज, जीवराज पुत्र रामलाल जांगिड़, घीसालाल पुत्र मदन जांगिड़, हरिसिंह पुत्र डूंगर सिंह, रामचन्द्र पुत्र श्रवण गुर्जर,सुरजकरण जाट पुत्र मिश्री लाल, श्रीपालजांगिड़ सभी लोगों ने मिलकर आपसी साजिश रचकर व झूठी कहानी बनाकर अनुसुचित जाति होने के कारण बैरवा समाज के लोगों को मृतक नन्दराम जांगिड़ की झूठी हत्या के आरोप में फंसाने लिए बैरवा समाज के रतन लाल चमार पुत्र सोनाथ (अध्यापक) मुकेश कुमार बैरवा पुत्र रतन लाल, कानाराम बैरवा पुत्र छगनाराम, शैतान बैरवा पुत्र जीवणराम, नौरत बैरवा पुत्र ओंकार और बैरवा समाज केअन्य लोगों के खिलाफ थाना सराना में झूठी हत्या की रिपोर्ट दिनांक 02.01.2026 को दी जिसके कारण थाना सराना अजमेर थानाधिकारी और थाना स्टाफ द्वारा गैर कानूनी तरीके से कार्यवाही करते हुए रतन लाल चमार पुत्र सोनाथ (अध्यापक) ग्राम पंचायत चान्दमा में ग्राम पंचायत जन सुनवाई में उसकी ड्यूटी लगी थी इसी दौरान थाना सराना पुलिस की गाड़ी द्वारा जिसमें चार पुलिस कर्मी मौजूद थे जिन्होनें रतन लाल चमार व अन्य मुकेश बैरवा, कानाराम बैस्वा, शैतान बैरवा, नौरत बैरवा निवासी ग्राम चान्दमा को गाड़ी में बैठाकर थाना सराना ले गये और पुलिस लॉकर में बन्द कर दिया और कहा कि तुम्हारे खिलाफ नन्दाराम जांगिड़ की हत्या की रिपोर्ट आई है इन सभी ने थानाधिकारी व अन्य स्टाफ के लोगों से निवेदन किया कि इनके द्वारा किसी की भी हत्या नहीं की गई है।नन्दाराम जांगिड़ की मृत्यु हृदयाघात (हार्ट अटैक) से हुई है। किन्तु थाना स्टाफ व थानाधिकारी ने पीड़ित पक्ष की एक भी नहीं सुनी। बल्कि थानाधिकारी व अन्य स्टाफ ने इनको धमकाया कि सबको हत्या के केस में जेल जाना पड़ेगा या तो जागिड समाज के लोगों के साथ 5 लाख रूपये देकर समझौता कर लो नहीं तो पुलिस के पट्टे पड़ेगें तो सब समझ में आ जायेगा। इनके द्वारा बार-बार हाथ जोड़कर निवेदन करने पर भी थानाधिकारी व पुलिस स्टाफ ने कुछ भी नहीं मानी। उपरोक्त पीड़ित सभी लोग बहुत घबरा गये। पुलिस की धमकी के कारण मजबूर होकर इन्हें 5 लाख रूपये की समझौते की बात मानेनी पड़ी और पुलिस थाना की गाडी द्वारा रतनलाल चमार पुत्र सोनाथ व मुकेश बैरवा को (समझौते हेतु 5 लाख रूपये की राशि सहित) ग्राम चान्दमा ले गये। पुलिस की गाड़ी में तीन पुलिसकर्मी थे जिसमें उत्तम चन्द, सुरेन्द्र व अजय थे। पुलिसकर्मियों द्वारा कहा गया कि ग्राम टांटोटी जा रहे हैं। पोस्टपार्टम के लिए जागिड़ समाज के लोगों को समझौते के रूपये देने हैं। थानाधिकारी व पुलिस स्टाफ ने उपरोक्त सभी को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और धमकाया तथा उपरोक्त पीड़ित लोगों द्वारा उपरोक्त पुलिसकर्मियों को समझौता राशि 5 लाख रूपये नगद देने के पश्चात् थाने से छोड़ा गया।कि हत्या के आरोप में झुठा फंसाने व रूपये हड़पने को लेकर व जातिगत अपमानित करने और पुलिस थाना सराना थाना अधिकारी व अन्य पुलिसकर्मी द्वारा गैर कानूनी तरीके से बन्द करने व मानसिक रूप से प्रताड़ित करने व झुठे हत्या के आरोप में जेल भेजने दबाव बनाकर समझौते के नाम पर 5 लाख रूपये लेने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करे

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