मूकनायक
राजस्थान /अजमेर /टांटोटी
नारायण लाल गोठवाल शोकली
भाजपा भारतीय जनमानस को धार्मिक और धार्मिक बिरासत का पाठ पढ़ा रहीं हैं। जो लोकतंत्र के लिए एक बड़ा खतरा पैदा कर रही है।आम आदमी को चुनाव से बंचित रखने और करने का पूरा षड्यंत्र है। हिन्दू धार्मिकता,हिंदुत्व,हिंदूवाद के रंगों में लोगों को रंगकर लोगों को लोकतंत्र में मतदान मतदाता ही बनकर रह गया,यह विषय चिंताजनक है।
मोदी जी ने किसान सम्मान निधि,महिला सुमंगला योजना आदि में सरकारी धन के नकद वितरण से लोगों के बोट खरीदने को अंजाम भाजपा ने दिया, नकद धन वितरण से लोगों को चुनाव में लोकतंत्र के सही ग़लत सरकार के निर्णय से कोई मतलब नहीं?बल्कि भाजपा के सही ग़लत निर्णय से कोई मतलब नहीं होता,बल्कि भाजपा को ही बोट करना एक मात्र लक्ष्य होता है।
चुनाव आयोग चुनाव आचार संहिता लागू करने के पहले एक साल पूर्व से ऐसे धन देने पर रोक लगानी चाहिए,जो एक महीना चुनाव में रह गया है। ऐसे समय में यह धन लोगों,महिलाओं को देने से बोटों से लोकतंत्र प्रभावित होता है,धन का असर भी चुनाव में दिखाई देता है।इससे साफ है,कि बोट खरीदने का यह प्रपंच स्वच्छ लोकतंत्र में एक नई परम्परा भाजपा ने शुरू करके लोगों की खरीद फरोख्त है। जिसके कारण लोग बुनियादी सुविधाएं जैसे शिक्षा,चिकित्सा,रोजगारों एवं महंगाई से लोगों को मंहगाई,भ्रष्टाचार दिखाई नहीं दे रहा है,भाजपा का कुचक्र षड्यंत्र लोकतंत्र बिरोधी है।
भारतीय संस्कृति बिरासत की तुलना धार्मिकता और कामों से करके लोगों को गुमराह भाजपा कर रही है। भाजपा कहीं अमृतकाल,विकसित भारत,इतिहास के साथ छेड़ छाड़ करने सफलता के लिए राम-मंदिर हिंदू हिंदुत्व इतिहास को मुद्दों से भारतीय संविधान लोकतंत्र को कमजोर करके एससी-एससी,पिछड़ी जाति वर्ग जातियों के लोगों के हितों से खिलवाड़ करके भागीदारी एवं अधिकारों से बंचित कर रही है।
भारतीय महिलाओं को सुरक्षा,जीवन सुधार में सुमंगला योजना में धन देकर महिलाओं को सशक्त बनाना अच्छी बात हैं, मुस्लिम महिलाओं के हित में त्रिपल तलाक खत्म करना एक अच्छी बात है।धर्म को निशाना बनाया जाना ठीक नहीं है।
मोदी सरकार जितना धन धार्मिकता पर खर्च कर रही है, क्या उससे देश आर्थिक रूप से मजबूत होगा। यह चिंतन करना होगा, मोदी सरकार बनारस में विश्वनाथ कोरीडोर बनाया जाना, और प्रधानमंत्री आवास योजना में गरीबों को मकान देना,सरकारों का कर्तव्य,सरकार कोई अहसान नहीं? लेकिन भाजपा लोगों को एहसास दिलाती रहती है।
भाजपा मोदी सरकार लोकतंत्र के साथ षड्यंत्र के तहत धार्मिकता के द्वारा भारतीय लोकतंत्र को कमजोर कर रही है। भारतीय जनमानस की धार्मिक भावनाओं और हिंदुत्व हिंदू के नाम पर लोगों को ठेस और कमजोर कर रही है,यह भाजपा आरएसएस की सोच है। जिससे भारतीय जनमानस सावधान रहकर जनतांत्रिक लोकतत्रीय प्रणाली को बचाकर भारतीय लोकतंत्र को मजबूत करना चाहिए। ऐसा नहीं हो पा रहा है। जिससे भारतीय जनमानस को लेबर पार्टी आफ इंडिया लोगों को सचेत करती रहती है,एससी- एससी पिछड़ी जातियों को समझाने प्रयास कर रही है।
धार्मिक बिरासत के अतिरिक्त भारतीय लोकतंत्र की बिरासत संबिधान और लोकतंत्र तथा पुरातत्विक इमारतों, गुफाओं को भाजपा और हिंदुत्व से बचाना जरूरी हो गया है। भारतीय बिरासत कै संभालकर रखना यह भारतीय स्वतंत्रता की आजादी के मतवालों ने और संबिधान निर्माताओं इतिहास को संजोए रखा। आज वही भाजपा खत्म करके पूरा दोष कांग्रेस पर लगाकर खत्म कर रही है।कि हमने गुलामी की निशानी को खत्म कर दिया। जबकि सच यह है, कि गुलामी के चिन्ह जरुर मिट जायेंगे,गुलाम होने के इतिहास को नहीं मिटा सकते।इतिहास देश दुनिया में पढ़ाया जाता है।
भाजपा को दिलचस्पी इतिहास को खत्म करने की नहीं? बल्कि इतिहास को अपने हिसाब से गढ़ना है। पुरानी पुरातत्विक विरासत को सनातनी बनाने में लगी हुई है। जबकि बौद्धिक बिरासत को सनातनी विरासत बनाने में सफलता मिल चुकी है।नहीं है। बौद्ध धार्मिक स्थलों को सनातनी धार्मिक स्थल बनाया जा चुका हैं। धार्मिक स्थल ही नहीं बचेंगे। तो बौद्ध धर्म भी नहीं बचेगा। अंत यह एक अछूत धर्म बनकर रह जायेगा। यह चिंता करने की जरूरत है। जिसके लिए हम चिंतित नहीं हैं।जब से भाजपा सत्ता में आई है। तवसे इस्लाम को निशाना बनाकर बौद्ध धर्म को खत्म किया जा रहा है।यह शोषित समाज के लोगों को समझना बहुत जरूरी हो गया है।
आज भारत देश में महंगाई,बेराजगारी,भ्रष्टाचार की बलि चढ़ा जा रहा है। देश की धरोहरों,परिसम्पतियों को बेचा जा रहा है। सरकारी संस्थाओं का निजीकरण किया जा रहा। फौज की जमीनें,बैंकें को बेचा जा रहा। यह सबकुछ भारतीय लोकतंत्र से गरीब मध्यम वर्ग के लोगों के हित एवं भागीदारी शून्य हो रही है।
भारत की सम्पत्ति और सम्पदा को बेंच बेंच कर हम भारत को आर्थिक रूप से कमजोर किया जा रहा है। भाजपा ढिंढोरा पीट पीट कर कह रहीं हैं।कि भारत मजबूत हो रहा है, जबकि सुरक्षा और धार्मिकता दोनों खतरे में पड़ती जा रही है। भारत की सेना और सुरक्षा की तस्वीर लोगों को दिखाकर राष्ट्रवाद,सुरक्षा,संप्रभुता खतरें में पड़ती जा रही है।भाजपा की सरकार एवं सत्ता के लिए धर्म को राजनैतिक लाभ लिए इस्तेमाल करके भारतीय लोकतंत्र संविधान को चुनौती दे रही है। धर्म चर्चा से लोकतंत्र प्रभावित हो रहा है,जिससे भारत भारतीयता में खतर में पड़ती जा रही है।
भाजपा लोगों को जो सपना दिखा रही है। वह बहुत ख़तरनाक है।एक दिन ऐसा आएगा कि बेचने के लिए हमारे पास कुछ नहीं होगा।तब बिदेशी ताकतें हमारे ऊपर आक्रमण कर कब्जा कर लेंगी। दिया।हमारे पास धन और लड़ने की क्षमता नहीं होगी।धन के अभाव में फौजी रक्षा बजट,शिक्षा चिकित्सा, ग्रामीण ग्रोथ बजट में कमी से किसान किसानी प्रभावित होने से कृषि उत्पादन क्षमता से भारत के भविष्य को खतरा हो रहा है,हर भारतीय को अपनी पीढ़ियों को जबाब नहीं दे पायेंगे।ऐसा सवाल एससी-एसटी,पिछड़ी जातियों के सामने भी है,जो पीढ़ियों को गुलाम बनाने वाली मनुवादी मानसिकता के षड्यंत्र को अंजाम देकर आने वाली संतानों को भविष्य का गुलाम बना रहीं है।
धार्मिकता,हिंदुत्व हिंदूवादी सोच देश के लिए ख़तरनाक होगी,हम मोदी और भाजपा के अंधे भक्त न होकर भारत के हित में सोचें। भाजपाई हमें गुलाम बनने की दिशा में काम कर रहे हैं। लोकतांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ षड्यंत्र से मध्यवर्गीय गरीवों किसानों, ग्रामीण ग्रोथ एवं धर्मनिरपेक्षता, भारत की अखंडता संप्रभुता के साथ भाजपा को खिलवाड़ करने से रोकना बहुत जरूरी हो गया है।
जागो भारतियों जागो,एक बिकसित भारत का सपना,महाशक्ति,विश्वगुरु बनाने में सनातन बौद्ध धर्म तो सक्षम है, लेकिन हिंदू हिंदुत्व,ब्रह्मांण हिंदू धर्म के शोरगुल कभी नहीं बनाया जा सकता।भारत के लोगों की प्रति व्यक्ति आय सबसे कम होने से आर्थिक शक्ति देश भारत कैसे हो सकता है।लेबर पार्टी आफ इंडिया का स्पष्ट मत है,कि दुनिया में ईसाई धर्म के बाद बौद्धिषठ देश सवसे अमीर दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा धर्म भी है। यदि भारत को महाशक्ति,विश्वगुरु बनाने की दिशा में भारत को अंबेडकरमय बौद्धिषठ बनाना होगा।भारतीय संविधान मुताबिक लोकतंत्र,बौद्धमय भारत दुनिया का सर्वशक्तिमान बनाया जा सकता है।